Saturday 20 August 2011

बायो केमीक दवाइया ( Bio Chemic Medicines).

जैसे की हमने देखा की होमिओपैथी में दवा को समग्र लक्षणों के आधार पर ढूंढा जाता है. यह प्रक्रिया कही कभी जटिल हो जाती है. डा. शुज्लर ने बायो केमीक दवाओ को पेश किया. इन्हें टिशु साल्ट भी कहते है. यह बारा क्षार हर टिशु में पाए जाते है. इनको निचली पोटेंसी जैसे ३ एक्स, ६ एक्स, १२ एक्स में प्रयोग किया जाता है. इनका प्रयोग २-३ दवा को एक साथ लेकर भी करते है. होमिओ पैथी में समग्रता के आधार पर केवल एक ही दवा दी जाती है. दवाओ में जो सम्बन्ध होते है उन्हें ध्यान में रखकर एक के बाद दूसरी दवा दे सकती है. कभी कभी यह प्रक्रिया जटिल होने से इस सरल पद्धति का विकास किया गया. लेकिन यह पद्धति होमिओपैथी जितनी कारगर नहीं है और थोड़ी खर्चीली भी है. आप को गोली दूकान से खरीदनी पड़ती है. आप लिक्विड खरीदकर उससे घर में गोली नहीं बना सकते.

काली मुर
कब्ज, नजला, बुखार

नैटरम सल्फ़
डायरिया, नजला, बुखार, एसिडिटी
व्यक्ति गरम वातावरण पसंद करता है तो काम करने की संभावना अधिक है.

नैटरम   फोस
डायरिया, एसिडिटी

कैल्क फ्लुओरइका  
दात दर्द, हड्डी की कमजोरी

फेरम  फोस
बुखार, खून की कमी, थकावट
   
कैल्क  सलफ
फोड़े, पीब का बनना

काली सल्फ़
पिम्पल्स, चर्म विकार

मैग फोस
तेजी से उठने वाला ऐसा दर्द जिसमे जिस अंग में दर्द हो रहा है उसे जोर से दबाने पर आराम होता है.

काली फोस
निराशा, तनाव, अत्यधिक मानसिक श्रम 

कैल्क फोस
हड्डी की कमजोरी. हड्डी में फोड़ा बनना. दात की कमजोरी.

नैटरम मुर
अत्याधिक गर्मी होना, चर्म रोग, पसीना आना, कब्ज होना.

सिलिशिया
हड्डी की कमजोरी, फोड़ा, मसुडो की समस्याए.


 

3 comments:

  1. एक सज्जन जिनकी उम्र ७० से ऊपर है, अक्सर थू थू करते देखे जाते. जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा की उन्हें लगता है की उनके दात झड रहे है और उसीका भूसा वे थूकते है.
    उन्हें रोज रात को सिलीशिया १२ एक्स की ४ गोली दी गयी. कुछ दिनों में उन्होंने अपनी आदत को छोड़ दिया.

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  2. काली मुर ६ सी और फेरम फोस ६ सी २-२ गोली मै अक्सर संयुक्तिक दवा देने के बाद रोजाना देता हु. ऐसा मै निचे दी हुई परिस्थिति में करता हु.
    १. बुखार
    २. खून की कमी
    ३. कमजोरी
    ४. सर्दी, खासी

    बहोत मरीज आकर कहते है की आप रोज जो दावा खिलाते है वह बहोत आराम देती है.

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  3. एक महिला जो ७५ साल से ऊपर है उसने मोतिया बिंदु की दवा मांगी.
    मैंने उसे कैल्क फ्लुओरइका ३० की एक खुराक रोजाना रात को लेने के लिए कहा. उसे कहा की ७ दिन ले और ७ दिन की गैप ले.
    उसने कहा मोती बिंदु में फरक कुछ ख़ास पड़ा नहीं पर मेरा दात का दर्द तो जरूर कम हुआ.

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